
श्री अमृतसर-श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूर्ण कुमार को आत्महत्या के लिए मजबूर किए जाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि सिखों का सर्वोच्च तख्त श्री अकाल तख्त साहिब जातिवाद और किसी भी प्रकार के भेदभाव के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा है। उन्होंने कहा कि यह घटना देश में सदियों से जारी जातिवाद आधारित भेदभाव की स्पष्ट झलक है, जिसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है। उन्होंने कहा कि संविधान द्वारा देश में सभी समुदायों के अधिकार सुरक्षित होने के बावजूद भी अनेक लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है, और अब समय की मांग मानसिकता बदलने की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिख गुरु साहिबानों की शिक्षाओं के अनुसार संपूर्ण मानवता समान है और आज के युग में भी जातिवाद आधारित भेदभाव की घटनाएं सामने आना अत्यंत चिंताजनक है।
जत्थेदार गड़गज्ज ने कहा कि पंजाब सिख गुरु साहिबानों के नाम और सिद्धांतों पर आधारित धरती है, और गुरु साहिबानों की शिक्षाओं के प्रभाव के कारण यहां जातिवाद और भेदभाव के मामले देश के अन्य हिस्सों की तुलना में बहुत कम हैं। उन्होंने कहा कि सिख गुरु साहिबानों ने इस धरती पर विचरण करते हुए इसे सिखी से सिंचा है और यहां से सर्व-सांझीवालता (सर्वसमावेशिता) का संदेश दिया है। श्री अमृतसर स्थित सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब और यहाँ का सरोवर इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं, जहां देश-विदेश से कोई भी व्यक्ति बिना किसी भेदभाव के नतमस्तक हो सकता है, स्नान कर सकता है और समानता के साथ श्री गुरु रामदास जी के लंगर में प्रसाद ग्रहण कर सकता है। उन्होंने कहा कि सिख गुरु साहिबानों द्वारा प्रदान किया गया सिखी सिद्धांत अत्यंत पवित्र है और मानवता के लिए एक प्रकाश स्तंभ के समान है।
जत्थेदार गड़गज्ज ने कहा कि यह अत्यंत संवेदनशील सामाजिक विषय है, जिसके खिलाफ समाज के हर वर्ग को आवाज़ उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब पूरे देश के लिए एक उदाहरण है, इसलिए सिखी सिद्धांत का यह संदेश पूरे भारत में फैलाना चाहिए।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने कहा कि पंजाब में सिख गुरु साहिबानों की शिक्षाओं के कारण बड़ी संख्या में तथाकथित निचली जातियों से संबंधित समुदाय सिखी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से पंजाब में सिखी से जुड़े इन समुदायों को सिखी से दूर करने के लिए नफरती प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है, जो उन्हीं शक्तियों द्वारा किया जा रहा है जो आईपीएस वाई. पूर्ण कुमार के खिलाफ जातिवाद में शामिल हैं। इसमें धर्म परिवर्तन कराने वाली ब्रिगेड और कुछ नकली पादरी भी शामिल हैं।
जत्थेदार गड़गज्ज ने कहा कि समय की आवश्यकता है कि एकजुट होकर जातिवादी भेदभाव के खिलाफ लड़ा जाए व ग़लत नैरेटिव व नफरती प्रोपेगंडा का सशक्त जवाब दिया जाए। उन्होंने अपील की कि जब भी पंजाब में किसी तथाकथित निचली जाति (सिखी सभी को समान मानती है) से संबंधित समुदाय को सिखी से दूर करने या अलग दिखाने की कोशिश की जाए, तो ऐसी शक्तियों और तत्वों को उजागर किया जाए। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब हर प्रकार के जातिवादी भेदभाव के खिलाफ खड़ा है और सिख समुदाय इस आधार पर होने वाले उत्पीड़न और अत्याचार का सदैव दृढ़ता से विरोध करता रहेगा।